BEST shayari on farewell in hindi, pics and images - Farewell ka time boht hi sad or dukh bhara hota hai. Sabki aankho me aanshu hota hai. Aise seniors jo bade bhai behen jaise apno se badhkar apne school college ko chodhkar jaa rhe hote hai.
Wo jagah jaha unhone itna maza kiya. Hase, khele, ladai kiye, jhagda kiye, nayi cheeze sikhe saath wo ab alag ho rahe hai. Par unka jaana bhi jaruri hai. Wo apne sukhad or ujjwal bhavisya ke liye jaa rhe hai. Farewell ka samay yaadgaar banane ke liye humare paas hai ek se badhkar ek dhamakedar dhuadhar shayari.
Shayari on farewell
आप थे तो, सफल हो गये,
आप थे तो, सारे गम दूर हो गये,
हम अकेले चले तो, बहुत बेचैन थे,
आप के साथ राहों में, गुल हो गये...
जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दिया,
जमीं से उठाकर सिहासन पर सजा दिया,
और क्या तारीफ करूं आपकी आपने तो,
खुद को जलाकर हमें बना दिया....
वो जो जाते हैं स्कूल कॉलेज उन रास्तों से जुदा हो गए है,
आज अपने ही teacher से विदा हम हो गए है....
shayari on farewell in hindi
यादों की झड़ी सी छाई,
हो रही आज आपकी विदाई,
कर लेना हमे याद कभी,
जो याद हमारी आई...
कहां से शुरू करें कुछ समझ नहीं आता,
कहां से शुरू करें कुछ समझ नहीं आता,
दिल मे आपके लिए बोहत सारा प्यार,
आपकी विदाई के जिक्र से दिल भर आता...
कोर पलकों की भीगी, आपके लिये,
हो मोहब्बत सभी की, आपके लिये,
आपकी शोहरतें, इत्र बनकर उड़े,
हर ख़ुशी हो ज़मीं की, आपके लिये...
Farewell party shayari
This post include all type of farewell shayari, shayari on farewell in hindi, pics and images, images on school college vidayi party shayari, farewell shayari for school students in hindi, seniors vidayi party shayari, teacher student shayari after farewell.
आपसे हौसलों को, हवा मिल गई,
बेशहारे को जैसे, दिशा मिल गई,
आपकी सोहबत, हमको ऐसी लगी,
जैसे ख़्वाबों को सच्ची, दुआ मिल गई...
विदाई तो है दस्तुर जमाने का पुराना,
पर जहाँ भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना,
की हर कोई गुनगुनाएँ तुम्हारा ही तराना…
जब ज़रूरत थी परिवार की...मिल गया,
जब ज़रूरत पड़ी प्यार की...मिल गया,
यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ ,
जब ज़रूरत पड़ी यार की...मिल गया…
farewell shayari for school students in hindi
भोर गमगीन होकर, ख़बर लाई है,
दिन भी बैचेन है, धूप घबराई है,
आप सभी को हम विदाई, दे दें मगर,
दिल सुबकने लगा, आँख भर आई है…
कोई हाथ भी न मिलाएगा,
जो गले मिलोगे फटाक से,
ये मिजाज है नए शहर का,
जरा, फासले से मिला करों...
आप जैसा बड़प्पन ना हैं कही,
आप जैसा कोमल दिल नही है कही,
आपका बिछोह कर दे आज हम,
मगर सीनियर जैसा सज्जन नही है कही...
0 Comments