All time Best Galib ki shayari, Hindi images - गालिब साहब अपने उर्दू शायरी के लिए हिंदी साहित्य मे बेहद प्रचलित है। उनकी लिखी ही शायरी दिल को छू जाती है। अपने दशक के बेहद प्रसिद्ध कलाकार मे से एक है गालिब मिर्ज़ा। दिल्ली मे रहने वाले गालिब शाहब की जिंदगी से जुड़ी शायरी आज भी बोहत पसंद की जाती है। उन्ही शायरी मे से कुछ शायरी हम लेकर आये है आपके लिए इस post मे। पढ़िये बतैये कैसी लगी शायरी।
यहाँ सारी शायरी images के साथ है, मिर्ज़ा गालिब की ज़िंदगी पर शायरी, प्रेम love पर शायरी, समय वक़्त पर शायरी, सारी शायरी मिलेगी आपको। गालिब का शायरी का अंदाज़ सबसे अलग था। सबसे अनूठे शायरी करने के लिए जाने जाते थे वो। आज भी लोग उनके अंदाज़ और शायरी के दीवाने है।
Galib ki shayari
मेरे बारे में कोई राय मत बनाना ग़ालिब,
मेरा वक्त भी बदलेगा तेरी राय भी...
खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,
मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
हाथो की लकीरों पे मत जा ए ग़ालिब,
नसीब उनके भी होते हैं जिनके हाथ नहीं होते...
आह को चाहिये इक उम्र असर होते तक,
कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक...
Ghalib shayari in Hindi
फिर तेरे कूचे को जाता है ख्याल,
दिल -ऐ -ग़म गुस्ताख़ मगर याद आया,
कोई वीरानी सी वीरानी है,
दश्त को देख के घर याद आया...
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे ,
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मिरे आगे...
मेहरबान होकर बुला लो मुझे चाहे जिस वक़्त,
में हो वक़्त नही हूँ की फिर आ भी ना सकू...
हैं और भी दुनिया में सुखन-वर बहुत अच्छे,
कहते हैं कि ग़ालिब का है अंदाज़-ए-बयाँ और...
Ghalib shayari in Urdu
तुम न आओगे तो मरने कि है सौ ताबीरें,
मौत कुछ तुम तो नहीं है कि बुला भी न सकूं...
बिजली इक कौंध गयी आँखों के आगे तो क्या,
बात करते कि मैं लब तश्न-ए-तक़रीर भी था...
यही है आज़माना तो सताना किसको कहते हैं,
अदू के हो लिए जब तुम तो मेरा इम्तहां क्यों हो...
रंज से ख़ूगर हुआ इंसाँ तो मिट जाता है रंज,
मुश्किलें मुझ पर पड़ीं इतनी कि आसाँ हो गईं...
Ghalib shayari on love zindagi
बे-वजह नहीं रोता इश्क़ में कोई ग़ालिब,
जिसे खुद से बढ़ कर चाहो, वो रूलाता ज़रूर है...
कोई उम्मीद बर नहीं आती,
कोई सूरत नज़र नहीं आती...
इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा,
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नही...
इश्क़ मुझको नहीं वेहशत ही सही,
मेरी वेहशत तेरी शोहरत ही सही,
कटा कीजिए न तालुक हम से,
कुछ नहीं है तो अदावत ही सही...
Sad ghalib shayari on love
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन,
दिल के खुश रखने को “ग़ालिब” यह ख्याल अच्छा है...
वो आए घर में हमारे, खुदा की क़ुदरत हैं,
कभी हम उमको, कभी अपने घर को देखते हैं...
हम जो सबका दिल रखते हैं,
सुनो,हम भी एक दिल रखते हैं...
बस-कि दुश्वार है हर काम का आसाँ होना,
आदमी को भी मयस्सर नहीं इंसाँ होना...
उम्मीद है आपको ये गालिब शायरी All time Best Galib ki shayari, Hindi images पसंद आये होंगे। उनकी लिखी हुई शायरी को हमने images का रूप देकर आपके सामने लाये है। पढ़िये और आने दोस्तो ,चाहने वालो को भेजे ये शायरी। हमारी दूसरी शायरी पोस्ट भी जरूर देखे।
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