Desh bhakti shayari 2021,shayari images- dosto hamare desh ki baat hi alag hai. Yaha har rang dharm or jaati ke logg ek saath rehte hai. Jitne logo ke dilo me pyaar hai, utna hi hamare anekta me rang hai. Desh ke prem ko saamne laane hum lekar aaye hai apke liye Desh prem bhakti shayari. Read kariye or maze lijiye best shayari of desh ke veero ke liye.
Desh bhakti shayari 2021
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मुझे तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अब मन से भरा यह बताना चाहिए,
जब तक जिंदा रहूं, इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरू दूध रंगे तिरंगा कफन चाहिए...
मेरे जज्बातों से मेरा कलम,
इस कदर वाकिफ हो जाता हैं,
मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो,
इन्कलाब लिखा जाता हैं...
मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,
है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं,
उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो,
मौत के साए में जो जिए जाते हैं ...
कभी शहीदों को याद करके देख लेना,
सनम को छोड़ के देख लेना,
कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,
देश से कभी इश्क करके देख लेना...
Desh bhakti shayari in Hindi
आज मुझे फिर इस बात का गुमान हो,
मस्जिद में भजन मंदिरों में आजन हो,
खून का रंग फिर एक जैसा हो,
तुम मनाओ दिवाली मेरे घर रमजान हो...
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा,
हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसिता हमारा...
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये ,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये ,
दिल एक है जान एक है हमारी ,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी....
तिरंगा हमारा हैं शान-ए-ज़िन्दगी,
वतन परस्ती हैं वफ़ा-ए-ज़मी,
देश के लिए मर मिटना कबूल हैं हमे,
अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून हैं हमे...
desh bhakti shayari image hindi
अलग है भाषा, धरम, जात और प्रान्त, भेष, परिवेश,
पर सबका एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ...
दिवाली में बसे “अली”, रमजान में बसे “राम”,
ऐसा सुंदर होना चाहिए अपना हिन्दुस्तान...
मन को खुद ही मगन कर लो,
कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो...
वतन की सर बुलंदी में, हमारा नाम हो शामिल,
गुजरते रहना है हमको, सदा ऐसे मुकामो से...
भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले...
देश भक्ति शायरी हिंदी
हिमालय से निकल नदियां लुटाये जहाँ मोहब्बत है,
हिन्द का लहराता पानी करे जिसकी हिफाजत है,
जिस ज्ञान भूमि की अनूठी जग में है पहचान,
वह मेरा भारत है, वह तेरा भारत है...
तु लिख दे नयी तस्वीर, खींच के तलवार से लकीर,
तू भारत माँ का लाल है, तेरे हाथ में है तकदीर...
न पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है,
की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं …
जो भरा नहीं है भावों से,
जिसमें बहती रसधार नहीं,
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं...
दहशगर्दी की मंशा ना तुम रखना,
नफ़रतों का ये खेल पुराना है,
ठान लिया है हर देशभक्त ने,
तेरे घरों में घुसकर तेरी हस्ती मिटाना है...
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है...
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं...
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